23 नव॰ 2025
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फ्राइडे की शाम, 21 नवंबर 2025 को, हरमन सिधू की गाड़ी और एक कैंटर ट्रक के बीच हुए भयानक टकराव में उनकी मौत हो गई। घटना मांसा जिले के ख्याला गांव के पास मांसा-पटियाला सड़क पर हुई, जहां वे अपने गांव की ओर जा रहे थे। बचे नहीं बचे — गाड़ी इतनी तबाह हो गई कि उसे 'क्रश्ड' कहा जा रहा है। पुलिस ने पुष्टि की कि सिधू की मौत स्थान पर ही हो गई। ये दुर्घटना न सिर्फ एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि पंजाबी संगीत उद्योग के लिए एक बड़ा झटका है।
एक आम आदमी का संगीत जिसने दिल जीत लिया
हरमन सिधू कोई फैंटेसी स्टार नहीं थे। वो तो ख्याला गांव के एक आम लड़के थे, जिन्होंने अपने घर के बाहर, बाजार के कोने पर, लोगों के बीच गाना शुरू किया था। उनकी आवाज़ में उत्तर पंजाब की मिट्टी की खुशबू थी। उनका गाना 'Paper Ya Pyar' — जिसमें मिस पूजा के साथ डूबते हुए उनका स्वर लोगों के दिलों में उतर गया। ये गाना सिर्फ एक हिट नहीं था, ये एक भावना बन गया। लोग उन्हें बस इसलिए पसंद करते थे क्योंकि वो अपने फैंस के साथ बात करते थे — न कि ऊपर से देखते थे।उनके आखिरी इंस्टाग्राम रील में वो अपनी छोटी बेटी के साथ मरगोल के फूल पकड़े हुए थे। उस वीडियो को आज लाखों लोग देख रहे हैं। कुछ लोगों ने कमेंट में लिखा — 'तुम्हारी आवाज़ अब भी हमारे दिल में गूंजेगी'। दूसरों ने लाल दिल के इमोजी भेजे। वो बेटी अब उस वीडियो को देखकर पूछेगी — 'पापा कहाँ हैं?'। और उसका जवाब कोई नहीं दे पाएगा।
दुर्घटना का विस्तार: क्या हुआ था?
पुलिस के अनुसार, हरमन की गाड़ी मांसा-पटियाला सड़क पर एक ट्रक के साथ सीधे टकरा गई। डीएनए इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, टक्कर इतनी भयानक थी कि गाड़ी लगभग पूरी तरह तबाह हो गई। इकोनॉमिक टाइम्स ने इसे 'हेड-ऑन कॉलिजन' कहा है। अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या कारण था — क्या गाड़ी अचानक लेन बदल रही थी? क्या ट्रक ने गलत दिशा में चलना शुरू कर दिया? या फिर सड़क की दशा या रोशनी की कमी ने दुर्घटना को बढ़ावा दिया? जांच अभी चल रही है।लेकिन एक बात साफ है — ये दुर्घटना किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं, बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक चेतावनी है। ये तीसरा बड़ा नुकसान है जिसे पंजाबी संगीत उद्योग ने पिछले साल में झेला है। इकोनॉमिक टाइम्स ने इसे राजवीर जवंदा की मौत के बाद का दूसरा बड़ा झटका बताया है। दोनों ही युवा कलाकार, दोनों ही रास्ते में चले गए। और दोनों के गाने अभी भी रेडियो पर बज रहे हैं।
समाज की प्रतिक्रिया: एक गायक, लाखों दुखी
हरमन की मौत के बाद सोशल मीडिया शोक से भर गया। लोगों ने उनके आखिरी पोस्ट पर लाखों कमेंट्स किए। कुछ ने उनकी गानों के लिरिक्स शेयर किए। कुछ ने अपनी बेटियों की तस्वीरें डालीं — 'मैं भी उसकी तरह अपनी बेटी के साथ फूल पकड़कर खड़ा होना चाहता हूं'। एक फैन ने लिखा — 'हरमन सिर्फ गाने नहीं गाते थे, वो हमारे दर्द को आवाज़ देते थे'।उनके परिवार को खबर मिली तो वो दर्द शब्दों में नहीं बताया जा सकता। उनकी पत्नी और छोटी बेटी अब घर में उनकी आवाज़ सुनकर रोएंगी। उनका शव मांसा सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां पोस्टमॉर्टम किया गया। अंतिम संस्कार 22 नवंबर को उनके गांव ख्याला में हुआ। लोग गांव के रास्ते से लेकर गलियों तक खड़े थे। कोई नहीं बोला। सिर्फ रोने की आवाज़ थी।
क्या बदलेगा अब?
ये दुर्घटना सिर्फ एक गायक की मौत नहीं है। ये एक ताना है जो हम सबके लिए बहुत कुछ बताता है। पंजाब की सड़कें अक्सर अनुशासनहीन हैं। ट्रक अक्सर अत्यधिक भार लेकर चलते हैं। रात के समय रोशनी की कमी होती है। और अक्सर, जिन लोगों के लिए गाने जीवन बन जाते हैं — वो खुद अपनी जिंदगी को नहीं समझ पाते।क्या अब इस तरह की दुर्घटनाओं के खिलाफ कोई कानूनी या सामाजिक बदलाव आएगा? क्या सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार असली कदम उठाएगी? या फिर ये सिर्फ एक और खबर बनकर भूल जाएगी? हरमन सिधू की आवाज़ अब नहीं बजेगी, लेकिन उनके गाने अभी भी बज रहे हैं। और जब वो बजते हैं, तो लोग रुक जाते हैं। शायद इसी बार उन्हें सुनने की जगह, उनके लिए बनाई गई सड़कों को भी सुनना चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
हरमन सिधू कौन थे?
हरमन सिधू एक प्रसिद्ध पंजाबी गायक थे, जिन्होंने अपने गाने 'Paper Ya Pyar' (मिस पूजा के साथ) के साथ राष्ट्रीय पहचान पाई। वो मांसा जिले के ख्याला गांव के रहने वाले थे और अपने सरल, भावुक गानों के लिए जाने जाते थे। उनकी आवाज़ और व्यक्तित्व ने उन्हें फैंस के दिलों में जगह बना ली थी।
दुर्घटना कब और कहाँ हुई?
दुर्घटना 21 नवंबर 2025 की शाम को मांसा-पटियाला सड़क पर, ख्याला गांव के पास हुई। उनकी गाड़ी एक कैंटर ट्रक के साथ सीधे टकरा गई, जिसके बाद गाड़ी पूरी तरह तबाह हो गई। घटना के तुरंत बाद ही उनकी मौत हो गई।
उनके परिवार के बारे में क्या जानकारी है?
हरमन सिधू की पत्नी और एक छोटी बेटी बच गई हैं। उनका आखिरी सोशल मीडिया पोस्ट उनकी बेटी के साथ था — जिसमें वो उसे मरगोल के फूल पकड़े हुए दिखाई दे रहे थे। ये पोस्ट उनकी मौत के बाद वायरल हो गया और लाखों लोगों ने इसे शेयर किया।
क्या इस दुर्घटना के बाद कोई जांच शुरू हुई है?
हां, मांसा पुलिस ने दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है। अभी तक ये स्पष्ट नहीं हुआ है कि टक्कर का कारण क्या था — चाहे वो गाड़ी की गति, ट्रक की गलत दिशा, या सड़क की खराब हालत हो। जांच जारी है और अधिक जानकारी जल्द ही आने की उम्मीद है।
ये पंजाबी संगीत उद्योग के लिए क्यों बड़ा झटका है?
ये दूसरी बड़ी मौत है जो पिछले कुछ महीनों में पंजाबी संगीत दुनिया को झेलनी पड़ी है — राजवीर जवंदा के बाद हरमन सिधू की मौत ने इस उद्योग को गहरा झटका दिया है। दोनों युवा कलाकार अपने गानों से लोगों के दिलों में जगह बना चुके थे। इस तरह की घटनाएं उद्योग की सुरक्षा और यातायात नीतियों पर सवाल खड़े कर रही हैं।
अब इस तरह की दुर्घटनाओं से कैसे बचा जा सकता है?
इसके लिए तीन चीजें जरूरी हैं: पहले, सड़कों पर रोशनी और सुरक्षा के लिए नियमित निरीक्षण; दूसरे, ट्रकों के भार और गति पर कड़ी निगरानी; और तीसरे, कलाकारों के लिए यात्रा के लिए सुरक्षित वाहनों का उपयोग अनिवार्य किया जाए। बस गाने की आवाज़ सुनना काफी नहीं — उनकी जिंदगी की आवाज़ भी सुननी होगी।