क्या आप कभी सोचते हैं कि किसी क्रिकेटर को टेस्ट बैटमैन के तौर पर रेट करने में क्या देखना चाहिए? खासकर जब बात रिशब पंत की हो, तो सवाल और भी दिलचस्प हो जाता है। चलिए, सरल शब्दों में समझते हैं कि किन बातों को देख कर हम उनका सही मूल्यांकन कर सकते हैं।
पहला कदम है उनके पिछले मैचों के आँकड़े देखना। कुल कितने टेस्ट मैच खेले, औसत (average) कितना है, और सबसे बड़ी स्कोर क्या रही—ये सब बुनियादी जानकारी है। अगर उनका औसत 40 के ऊपर है और उन्होंने कई बार 50 या 100 पे खुद को साबित किया है, तो ये पॉइंट उनके पक्ष में जाता है।
दूसरा महत्वपूर्ण मापदंड है उनका तकनीकी कौशल। क्या वे विभिन्न परिस्थितियों में टिकते हैं? जैसे कि तेज़ बॉल, घुमावदार पिच या तेज़ मौसमी बदल। यदि वे इन सबका सामना आराम से कर पाते हैं, तो उनकी तकनीक मजबूत कहूँगा।
अब बात आती है रेटिंग तय करने की। सबसे आसान तरीका है एक स्कोर कार्ड बनाना जिसमें चार मुख्य खंड हों: आँकड़े, तकनीकी कौशल, दबाव संभालने की क्षमता, और फिटनेस। हर खंड को 0 से 10 तक अंक दें और कुल जोड़ें। अगर कुल 35‑40 के आसपास है, तो खिलाड़ी को अच्छा माना जा सकता है।
दबाव संभालने की क्षमता अक्सर आँकड़ों में नहीं दिखती, लेकिन मैच की स्थितियों से पता चलती है। अगर रिशब ने कठिन पिच या बड़ी टीम के खिलाफ महत्वपूर्ण रनों की धुलाई की है, तो इसमे उनका स्कोर बढ़ा दें।
फिटनेस भी मायने रखती है। टेस्ट क्रिकेट में लंबी समय तक रहना पड़ता है, इसलिए अगर वह लगातार फिट रहकर खेलते हैं, तो उनका स्वास्थ्य स्कोर अच्छा होगा।
इन सभी चीज़ों को जोड़कर आप एक साफ़‑सुथरी रेटिंग बना सकते हैं। यह सिर्फ आँकड़े नहीं, बल्कि खिलाड़ी की पूरी प्रोफाइल को देख कर किया गया मूल्यांकन है।
अंत में, याद रखें कि रेटिंग एक टूल है, न कि अंतिम सच्चाई। क्रिकेट में कई बार अनपेक्षित मोड़ आते हैं, और कोई भी खिलाड़ी कभी‑कभी फॉर्म में नहीं रहता। इसलिए, रिशब पंत को टेस्ट बैटमैन के रूप में रेट करते समय लचीलापन रखें और लगातार अपडेट होते आँकड़ों को देखते रहें।
आप भी इन टिप्स को अपनाकर अपने दोस्त या ऑनलाइन फोरम में रिशब पंत की रेटिंग पर चर्चा कर सकते हैं। इससे न केवल आपका खुद का विश्लेषण बेहतर होगा, बल्कि दूसरों को भी समझने में मदद मिलेगी।
रिशब पंत को टेस्ट बैटमैन के रूप में रेट करने के लिए, आपको उसके प्रदर्शन, खेली गयी मैचों में केवल कितने रन बनाए और कितने विकेट लेने के लिए उसकी शतरंज की आकृति को देखना होगा। आपको आकर्षण और शारीरिक आवश्यकताओं को भी देखना होगा। आपको उसकी क्रिकेट स्कील को भी देखना होगा और उसके बल्लेबाजी पर अधिक ध्यान देना होगा। आपको उसके साथ खेले जाने वाले और उसके क्रिकेट अभ्यास को भी देखना होगा।